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छायाकार निहाल को मिला राज्य ललित कला अकादमी पुरस्कार

16 वीं अखिल भारतीय छायाचित्र प्रदर्शनी 2021 का आयोजन राज्य ललित कला अकादमी, लखनऊ द्वारा किया गया। जिसमें छायाचित्र प्रदर्शनी का उद्घाटन और पुरस्कृत कलाकारों को अकादमी द्वारा सम्मानित किया गया। जिसमें कला के दुनिया की प्रतिष्ठित संस्था , सम्भावना कला मंच के कलाकार निहाल कुमार को भी श्रेष्ठता के आधार पर श्रेष्ठ पोर्टफोलियो के लिए पुरस्कृत किया गया। सम्भावना कला मंच के संयोजक डॉ. राज कुमार सिंह ने बताया कि निहाल कुमार उन छ: कलाकारों में शामिल हैं जिन्हें 87 कलाकारों के पोर्टफोलियो में से चयनित किया गया है। यह सम्भावना कला मंच और गाज़ीपुर के लिए गौरव का विषय है। निहाल कुमार को राज्य ललित कला अकादमी द्वारा स्मृति चिन्ह और सम्मान पत्र के साथ 10000 रुपए का चेक नीलकंठ तिवारी ( राज्य मंत्री, स्प्रवतंत्र प्रभार, पर्यटन मंत्रालय उ. प्रदेश सरकार) के द्वारा सम्मानित किया गया।
सम्भावना कला मंच के कलाकारों में निहाल सबसे कम उम्र के कलाकार हैं। निहाल कुमार बचपन से ही मंच के सक्रिय सदस्य के रूप में कार्य करते रहे हैं। निहाल महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ से कला की शिक्षा बैचलर आँफ फाईन आर्ट्स की डिग्री 2020 में लेते हुए वर्तमान में जामिया मिलिया इस्लामिया, दिल्ली से छायाचित्र में मास्टर ऑफ फाइन आर्ट्स की शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं और साथ ही सम्भावना कला मंच के गतिविधियों को दिल्ली में भी जारी रखे हुए हैं। निहाल कुमार के पिता डॉ. बलभद्र सिंह हिंदी व भोजपुरी के प्रसिद्ध कवि और आलोचक हैं। जाने-माने चित्रकार डॉ. राज कुमार सिंह इनके चाचा हैं। जिनका विशेष प्रभाव निहाल कुमार के कलाकार मन पर भी पड़ा है। सम्भावना कला मंच के सह-संयोजक चित्रकार राजीव कुमार गुप्ता, सुधीर सिंह, कृष्णा, आशीष, सपना सिंह, मीरा वर्मा, श्वेता राय, अनीता माला एवं पंकज शर्मा, सीमा सिंह के साथ-साथ और अन्य सदस्यों ने अपने कलाकार निहाल को राज्य ललित कला अकादमी, लखनऊ द्वारा पुरस्कृत किये जाने पर खुशी जाहिर की।
प्रसिद्ध कला आलोचक राकेश दिवाकर ने बताया कि निहाल कुमार बहुत ही संम्भावनाशील छायाकार है। उनसे बहुत सारी उम्मीदे हैं।निहाल जो विषय चुनते हैं वो बहुत ही अर्थपूर्ण होता है। हालांकि छायाकारी में कल्पनाशीलता की एक सीमा होती है और छायाकार को एक खास समय में उत्पन्न दृश्य को कैद करना होता है। लेकिन निहाल अपने कलात्मक विवेक से उसे महत्वपूर्ण बना देते हैं। यह निहाल की अपनी विशेषता है। तकनीकी पहलुओ के साथ अपनी बौद्धिकता का इस्तेमाल करते हुए निहाल छायाकारी को एक बहुत ही सुन्दर स्वरूप प्रदान करते हैं। उम्मीद है निहाल छायाकारी जगत में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएँगे। प्रसिद्ध चित्रकार राजीव गुप्ता ने कहा कि निहाल बचपन से प्रतिभा के धनी रहे हैं। चीजों को नए तरीके से देखना इनको औरों से अलग करती है। सुधीर सिंह ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा निहाल ग्रुप के सबसे कम उम्र के कलाकारों में से एक हैं। इनका पुरस्कार के लिए चयनित होना सम्भावना कला मंच के सम्भावनाओं को बढ़ाता रहेगा।
निहाल कुमार की कलाकृतियां स्वेत-श्याम होते हुए भी आम जनता से जुडी हुई सवालों को उठाती हैं और उसके भीतर के छुपे दर्द को बखूबी बयां करता है जो समाज को एक नई दृष्टि भी प्रदान करने में काफ़ी हद तक सफल हुई है। इनके इस सफलता से सम्भावना कला मंच के साथ-साथ पूरे नगर में हर्ष का माहौल है।