गाज़ीपुर न्यूज़

हुस्ना खान ने सिविल जन बनकर रोशन किया जनपद का नाम

उत्तर प्रदेश जनपद गाजीपुर:उर्दू मीडियम से पढ़कर पर्दा में रहकर भी किया जा सकता है lपूरे मुल्क के लिए एक मिसाल बन सकती हैl कौन कहता है? मुस्लिम लड़कियों में वह हुनर नहीं होती जो दूसरी लड़कियों में होती है! लेकिन जब भी इनको मौका मिला है! अपनी सिक्का जमा लेती हैंl महाराष्ट्र राज्य औरंगाबाद जनपद के राजीव गांधी उर्दू मीडियम हाई स्कूल से वर्ष 2000 में हाईस्कूल; वर्ष 2002 में इंटरमीडिएट; वर्ष 2007 में एलएलबी पास करने के बाद औरंगाबाद सिविल कोर्ट में प्रैक्टिस करने वाली हुस्ना खान ने प्रथम बार में 2019 महाराष्ट्र जुडिशल सर्विस कमीशन के इम्तहान में कामयाब होकर दोनों जनपद का नाम रोशन किया है!
जनपद गाजीपुर अंतर्गत तहसील सेवराई क्षेत्र के मनिया गांव निवासी स्वर्गीय रुस्तम खान माता रजिया खान की पुत्री हुस्ना रुस्तम खान ने जज बनकर क्षेत्र और गांव का नाम रोशन किया है। हुस्ना खान महाराष्ट्र के औरंगाबाद में अपने परिवार के साथ में रहती हैं। वर्ष 2014 में पिता की मृत्यु के बाद हुस्ना खान ने अपनी पढ़ाई पूरी करने के साथ ही उनकी सपने को पूरा करने के लिए सिविल जज जूनियर डिवीजन एवं मजिस्ट्रेट 2019 की परीक्षा परीक्षा पास कर सिविल जज बनी है। वर्ष 2017 में शेख सादिक एडवोकेट से शादी भी हो गई और एक बच्चे की मां बनने के बाद भी पढ़ाई में लगकर; सफलता तक पहुंचना पत्थर पर दुभ जमाने से कम नहीं है l
हुस्न खान अपनी सफलता का श्रेय अपनी मां और शिक्षक को देते हुए हुस्ना ने बताया कि पिता वेल्डिंग का काम करते थे lपिता के मौत के बाद उन्हें विषम परिस्थितियों का सामना करना पड़ा था !लेकिन पिता के सपने को पूरा करने के लिए उनकी मां ने हमेशा उनका हौसला बढ़ाते हुए मुझे प्रेरित करती थी। इन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा उर्दू मीडियम से से पूरी करने के बाद दसवीं की पढ़ाई राजीव गांधी उर्दू हाईस्कूल वर्ष 2000 एवं इंटरमीडिएट की परीक्षा तलत जूनियर कॉलेज औरंगाबाद से वर्ष 2002 में किया। इंटरमीडिएट की पढ़ाई पूरी करने के बाद 5 वर्षीय लॉ की डिग्री , एलएलबी, वीएन पतील लॉ कॉलेज औरंगाबाद महाराष्ट्र से वर्ष 2007 मैं किया। जनपद औरंगाबाद राज्य महाराष्ट्र के जूनियर डिवीजनल मजिस्ट्रेट 2019 की परीक्षा प्रथम श्रेणी से पासकर सिविल जज बनी हुस्ना के जनपद गाजीपुर के पैतृक गांव मनिया में खुशी का माहौल व्याप्त है। औरंगाबाद महाराष्ट्र जिले के साथ-साथ मूलनिवासी वीर अब्दुल हमीद का जनपद गाजीपुर की पहली मुस्लिम लड़की हैं जिन्होंने इस पद को पाया है।
उन्होंने अपने विशेष भेंटवार्ता में बताया कि मैं गरीबों मजलुमो की सेवा के लिए हमेशा तैयार रहूंगी और युवा पीढ़ी की लड़कियों को जो सिर्फ घर से निकलकर रसोई घर तक ही रह जाती हैं उनसे अपील करना चाहती हूं कि वह अपने हौसले को और आगे बढ़ाएं और अपने लक्ष्य के लिए डट कर मेहनत करें। उन्होंने यह भी कहा मातृभाषा उर्दू में मैंने पढ़ाई करके यह मुकाम हासिल क्या हैl बच्चों को अपनी मातृभाषा में शिक्षा देकर अधिक कामयाबी दिलाई जा सकती हैl शर्त यह सिर्फ उनका देखभाल स्कूल के साथ-साथ घर के वातावरण भी होनी चाहिएl