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कोरोना को लेकर पुलिस उप महानिरीक्षक सुबासचन्द्र दुबे ने किया लोगों में भोजन वितरण का कार्य

आजमगढ़: देश में कोरोनावायरस की वजह से 24 दिनों के लिए सबकुछ बंद होने का सबसे ज्यादा असर गरीब लोगों पर पड़ा है। तमाम गरीब ऐसे हैं, जिनके पास खाने का इंतजाम भी नहीं है। पुलिस ने ऐसे तमाम लोगों को खाना खिलाने की जिम्मेदारी ली है. शायद हर भूखे को वह खाना न खिला पाएं, लेकिन फिर भी काफी का पेट भरेगा।पुलिस अब एक नए रोल में है।बहुत सारे लोग जो रोज कमाते और खाते थे।

लॉकडाउन की वजह से उनका काम-धंधा बंद हो गया है।बहुत सारे लोग पुलिस के पास सिफारिशें कर रहे हैं कि उनके पास खाने के लिए कुछ भी नहीं है।खाना मिलने पर गरीबों के चेहरों पर संतोष है।लॉकडाउन के और बढ़ने की चर्चा से लोग डरे हुए हैं। ऐसे में इनके लिए दो वक्त का खाना बड़ी नेमत है।जिनके डंडों से ये सारी जिंदगी डरे रहे, अब उन्हें दुआएं दे रहे हैं।आज गांव, देहातों और जनपदों में भी कोरोना वायरस का संक्रमण का खतरा बढ़ गया है और हर विभाग अपनी दृष्टि से बेहतर से बेहतर प्रयास में जुटा है, जिससे कोरोना को हराया जाये और देश को जिताया जाये। इस क्रम में पुलिसकर्मी भी अपनी जिम्मेदारी से पीछे नहीं हट रहे बल्कि बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। पुलिसकर्मी या उनके आला अधिकारी न केवल अपने इलाके में प्रशासन व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए जी-जान से जुटे हैं, बल्कि उससे भी आगे बढ़कर मानवता की सेवा में जुटे हैं।

आजमगढ़ परिक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) सुभाष चन्द्र दुबे भी अपनी प्रशासनिक दूरदर्शिता के साथ-साथ मानवीय गुणों के साथ कोरोना की लड़ाई में जुटे हैं। श्री दुबे द्वारा जनपद आजमगढ़ के थाना कोतवाली अन्तर्गत 50 से अधिक गरीब, जरूरतमंदो एवं दिव्यांगो को सोशल डिस्टेन्सिंग की सीख पर अमल कराते हुए परिक्षेत्रीय कार्यालय पर तैयार कराये गये खाद्य सामग्री पैकेट (दैनिक उपयोग की आवश्यक वस्तुए) वितरित किया जा रहा है।खाद्य सामाग्री वितरण करने के पश्चात डी0आई0जी0 आजमगढ़ परिक्षेत्र द्वारा लोगों से अपील की गयी कि वे सभी लॉकडाउन के दौरान आपातकालीन (मेडिकल आवश्यकता) स्थिति को छोड़कर किसी भी रूप में घर से बाहर न निकलें। उन्होंने सामाजिक मेल-जोल से बचने, सजग रहने, हाथ साफ दिखने पर भी बार-र साबुन से धोते रहने की अपील की और यह भी बताया कि सजगता ही एकमात्र उपाय है।

सुभाष चंद्र बे ने चौराहों पर ड्यूटीरत पुलिसकर्मियों को उत्साहित करते हुए कहा कि चेंकिग के दौरान सभी पुलिसकर्मी लोगो से शालीनता पूर्वक व्यवहार करें, लेकिन आपातकालीन सेवाओं में ड्यूटीरत लोगों को छोड़कर अनावश्यक रूप से भ्रमण करने वाले लोगों के विरूद्ध भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 188 के तहत कार्रवाई करें तथा उनके वाहन को भी सीज किया जाये। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पुलिसकर्मियों द्वारा उक्त विधिक कार्यवाही पूरी दृढ़ता किन्तु विनम्रता के साथ सोशल डिस्टेन्सिंग के नॉर्म को बनाये रखते हुए किया जाये।

आजमगढ़ के डीआईजी ने कहा कि यदि वह खुद मास्क का प्रयोग करते हुए लगातार अपने को सेनेटाइज करते हुए खुद को स्वस्थ्य एवं सुरक्षित रखेंगे तभी वह सजग व स्वस्थ रहकर समाज को जागरूक करने व स्वस्थ रखने के अपने कर्तव्य का विधिवत निर्वहन कर सकेगें

(मुहम्मद इमरान भारतीय की रिपोर्ट)