गाज़ीपुर न्यूज़ प्रादेशिक

भेंटवार्ता: एनसीसी जवान कर्नल सोलोनील सुगंध शर्मा भारत -पाकिस्तान युद्ध 1965 और 1971 में दूसरे पंक्ति में थे।

एनसीसी ट्रेनिंग की सुविधा बहुत कम हाईस्कूल और इंटर कॉलेज और डिग्री कालेजों में होती हैl जनपद गाजीपुर के एनसीसी सी ओ कर्नल सोलोनील सुगंध शर्मा द्वारा विशेष भेंटवार्ता में बताया कि एनसीसी भारत में “नेशनल कैडेट कोर एक्ट, द्वारा स्थापना 15 जूलाई 1948 को हुई। एनसीसी को यूओटीसी का उत्तराधिकारी माना जा सकता हैl जिसकी स्थापना ब्रिटिष सरकार द्वारा 1942 में की गयी थी। द्वितिय विश्वयुद्ध के समय यूओटीसी ब्रिटिष सरकार की उम्मीदो पर खरा नहीं उतर सका था। इसके पश्चात विचार किया गया कि किसी ऐसी बेहतर योजना को बनाया जाना चाहिए; जिसमें युवाओं को बेहतर प्रषिक्षण दिया जा सके। और जो ष्षांति के समय में भी कारगर हो। पंडित हृदयनाथ कुंजरू की अध्यक्षता वाली एक समिति ने स्कूलों व कॉलेजो में राष्ट्रीय कैडेट कोर एक्ट गर्वनर जनरल द्वारा स्वीकार कर लिया गया और इसके साथ ही राष्ट्रीय कैडेट कोर अस्तित्व में आ गया।पाकिस्तान के साथ 1965 और 1971 के युद्वो में एनसीसी रक्षा की दूसरी पंक्ति में थे। उन्होंने आयुध निर्माणियों की मदद के लिए शिविर आयोजित किये। युद्वस्थल पर हथियार और गोला बारूद पहुॅचाए और शत्रु सेना के पैरासूट को पकडने वाले गश्ती दलो की तरह कार्य किया । एनसीसी कैडेटो ने नागरिक सुरक्षा अधिकारियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य किया और सक्रिय रूप से बचाव कार्य और यातायात नियंत्रण में भाग लिया। 1965 और 1971 के भारत पाक युद्वो के पश्चात एनसीसी के पाठयक्रम में संषोधन किये गए। केवल रक्षा की द्वितिय पंक्ति होने के बजाय अब इसमें “नेतृत्व के गुणों“ और अधिकारियों जैसे गुणो के विकास पर अधिक बल दिया जाने लगा। उन्होंने एनसीसी के बारे में बताते हुए बताया।रक्षा मंत्रालय द्वारा मार्च 2001 में अनुमोदित किये गए एनसीसी के लक्ष्य इस प्रकार हैlदेश के युवाओं में चरित्र , भाई-चारे , अनुषासन , नेतृत्व , धर्म-निरपेक्षता के दृष्टिकोण साहसिक अभियानों में रूचि खेल- भावना और निस्वार्थ सेवा भाव को विकसित करना।संगठित प्रशिक्षित और प्रेरित युवाओं के एक मानव-संसाधन का निर्माण करना lजो जीवन के सभी क्षेत्रों में नेतृत्व प्रदान कर सके और हमेशा देष-सेवा के लिए तत्पर रहे। शस्त्र बलों में अपना कैरियर शुरू करने के लिए युवाओं को प्रेरित करने के उद्देश्य से वातावरण तैयार करना।एनसीसी में समाज सेवा के लक्ष्य व उद्देश्य निम्नलिखित है lकैडेटस को श्रम की गरिमा समझाना।उनमें रचनात्मक कार्यो के प्रति जागरूकता उत्पन्न करना।निस्वार्थ सेवा की भावना उत्पन्न करना।टीम भावना का विकास करना।उनको संगठित रूप से कार्य करने के लिए प्रेरित करना।उन्होंने बताया जनपद गाजीपुर में  बी सर्टिफिकेट के वर्ष 2016 में 186; वर्ष 2017 में 124 ;वर्ष 2018 में 168; वर्ष 2019 में 226; सी सर्टिफिकेट के वर्ष 2016 में 21 ;वर्ष 2017 में 108; वर्ष 2018 में 99 ;वर्ष 2019 में 67 विद्यार्थी परीक्षा पास कर चुके हैंl